तो दोस्तों आज के समय में विद्या की जरूरत हर किसी को है, ऐसा कोई भी नहीं होता जिसे की विद्या की जरूरत नहीं होती है, और ऐसा कोई नहीं चाहता की उसके पास विद्या यानी की ज्ञान न हो। और आप चाहते ही होंगे कि आपको विद्या की प्राप्ति हो। अगर आप भी चाहते हैं कि आपके अंदर विद्या आए, यानी की आपको ज्ञान की प्राप्ति हो, तो आप आज बिल्कुल सही जगह आए हैं। क्योंकि आज के इस आर्टिकल में हम आपको विद्या प्राप्त करने हेतु एक मंत्र के बारे में बताने वाले हैं, इस मंत्र का जाप करके आपको विद्या की प्राप्ति होती है। वह मंत्र किसका है और वह मंत्र क्या है, यह जानने के लिए आपको इस आर्टिकल को आखिरी तक पढ़ना होगा। क्योंकि आगे हमने आपको इसके बारे में पूरी जानकारी दी है, कि यह मंत्र किसका है, इसका आपको कैसे जाप करना है। तो इसलिए इस आर्टिकल में अंत तक बने रहे, तो चलिए बिना किसी देरी के शुरू करते हैं।
तो जैसा कि आपको यह तो मालूम ही होगा कि अगर आप देवी देवताओं की आराधना करते हैं, तो देवी देवता प्रसन्न होकर आपको कई प्रकार के आशीर्वाद प्रदान करते हैं। अगर मैं आपसे कहूं विद्या की देवी तो शायद आपको यह पता होगा कि विद्या की देवी कौन है। जी हां माता सरस्वती को ही विद्या की देवी कहा जाता है। तो इसलिए अगर आप विद्या प्राप्त करना चाहते हैं, तो आपको विद्या की देवी यानी की सरस्वती माता को प्रसन्न करना होगा, यानी कि आपको सरस्वती मंत्र का जाप करना होगा। इसलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको सरस्वती मंत्र के बारे में बताएंगे। हम आपको उसके बारे में तो बताएंगे ही साथ ही साथ हम आपको उसके पाठ करने के तरीके के बारे में भी बताने वाले हैं आगे बढ़ते हैं और सबसे पहले उस मंत्र के बारे में जानते हैं।
विद्या प्राप्ति हेतु मंत्र।
वैसे तो अगर आप विद्या प्राप्ति के लिए saraswati chalisa का भी पाठ करते हैं, तो इससे सरस्वती माता बहुत ही ज्यादा प्रसन्न होती है, और आपको विद्या प्रदान करती है। लेकिन इस आर्टिकल में हम saraswati chalisa नहीं बल्कि मंत्र के बारे में बात करने वाले हैं, तो हम आपको बता दें कि ऐसे कई सारे मंत्र का जाप करके आप सरस्वती माता को प्रसन्न करके उनसे आशीर्वाद के रूप में विद्या प्राप्त कर सकते हैं। लेकिन उन सभी मंत्रों के बारे में आपको एक ही आर्टिकल में बताना पॉसिबल नहीं है, इसलिए हम आपको यहां 2 मंत्रों के बारे में बताने वाले हैं, आप दोनों में से चाहे तो दोनों या फिर एक मंत्र का जाप करके आसानी से सरस्वती माता को प्रसन्न कर सके। तो चलिए दोनों मंत्रों के बारे में आपको बता देते हैं।
1:या कुंदेंदु तुषार हार धवला या शुभ्र वृस्तावता।
या वीणा वर दण्ड मंडित करा या श्वेत पद्मसना।।
या ब्रह्माच्युत्त शंकर: प्रभृतिर्भि देवै सदा वन्दिता।
सा माम पातु सरस्वती भगवती नि:शेष जाड्या पहा।।1।।
2:घंटाशूलहलानि शंखमुसले चक्रं धनु: सायकं हस्ताब्जैर्दघतीं धनान्तविलसच्छीतांशु तुल्यप्रभाम्।
गौरीदेहसमुद्भवा त्रिनयनामांधारभूतां महापूर्वामत्र सरस्वती मनुमजे शुम्भादि दैत्यार्दिनीम्।।
तो यहां ऊपर हमने आपको दोनो मंत्रों के बारे में बता दिया है, तो अगर आप चाहें तो दोनों मंत्रों का पाठ कर सकते हैं, और अगर आप चाहे तो सिर्फ एक मंत्र का भी पाठ करके सरस्वती माता को प्रसन्न करके उनका आशीर्वाद यानी कि विद्या प्राप्त कर सकते हैं। अगर आपके पास ज्यादा समय है, तो हमारे द्वारा बताए गए इन मंत्रों का कम से कम 108 बार माला जाप जरूर करें, जिससे कि आपको इसका बहुत ही अच्छा फल देखने को मिलेगा। लेकिन अगर आपके पास समय कम है, तो आप अपने हिसाब से इसका जाप कर सकते हैं।
Conclusion
तो दोस्तों इस आर्टिकल में हमने आपको विद्या प्राप्ति हेतु मंत्र के बारे में बताया है, अगर आप भी विद्या यानी कि सरस्वती माता का आशीर्वाद पाना चाहते हैं, तो हमारे बताए गए मंत्रों के साथ-साथ sarswati chalisa का पाठ जरूर करें। इससे आपको जरूर सरस्वती माता का आशीर्वाद मिलेगा, और आपको भी विद्या की प्राप्ति होगी।